Sunday, May 18, 2008

उम्मीद है दर्शक निराश नहीं होंगे -सिकंदर

शानदार व्यक्तित्व और गजब का आत्मविश्वास सिकंदर की पहचान है। एक और खास बात है अनुपम खेर और किरण खेर के इस सुपुत्र में, वो है अपनी अलग पहचान बनाने की चाहत। सिकंदर की दो फिल्में वुडस्टॉक विला और समर 2007 रिलीज के लिए तैयार हैं। इन दोनों ही फिल्मों से सिकंदर का भविष्य तय होगा।


[तो अब आप बॉक्स ऑफिस का सिकंदर बनने के लिए तैयार है?]
कोशिश तो यही है। बहुत कम दिनों के अंतराल में मेरी दो फिल्में आ रही है। बस, इन दोनों फिल्मों की रिलीज डेट पर नजरें टिकाए हूं। मैंने अपनी ओर से पूरी मेहनत की है अब, दर्शकों का रिएक्शन जानने के लिए उत्सुक हूं।
[अनुपम खेर और किरण खेर के पुत्र होने के कारण दर्शकों की आपसे ढेर सारी उम्मीदें हैं। क्या दबाव महसूस कर रहे हैं?]
बिल्कुल। प्रेशर तो है। उम्मीद है दर्शक निराश नहीं होंगे। वैसे, मुझे अच्छा लगता है जब सभी मुझे इस काबिल समझते हैं। डैडी और मां की अभिनय प्रतिभा के करीब भी जा पाऊं तो ये मेरे लिए बड़ी बात होगी।
[अभिनेता बनने का निर्णय आपने कब किया?]
चार वर्ष की उम्र में ही मैंने निर्णय कर लिया था कि एक्टर ही बनूंगा। पापा ने भी मुझे इनकरेज किया। शीशे के सामने खड़े होकर खुद को निहारना और एक्टिंग करना बचपन की मेरी आदतों में शुमार था। मैं फिल्मों को लेकर बचपन से ही उत्साहित था। दोस्तों से भी फिल्मों के विषय में ही बातचीत किया करता था। दसवीं के बाद मैंने यश अंकल के साथ दिल तो पागल है में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया उसके बाद संजय लीला भंसाली को देवदास में असिस्ट किया। दरअसल, असिस्टेंट डायरेक्टर बनने के पीछे एक्टर बनने की मेरी इच्छा ही थी।
[फिर, वुडस्टॉक विला में अभिनय करने का ऑफर आपको कब मिला?]
मैं काम की तलाश में था। बहुत सारे स्क्रिप्ट्स आ रहे थे, पर कोई पसंद नहीं आ रहा था। पापा ने कहा, अपने पसंद को काम ढूंढों, इसमें शर्म की बात नहीं है। मुझे डैड के लेवेल का स्ट्रगल नहीं करना पड़ा। अपूर्व लाखिया मेरे मित्र हैं। उन्होंने ही मेरा नाम संजय गुप्ता को वुडस्टॉक विला के लिए सुझाया। संजय जी से मेरी मुलाकात हुई और मैंने अपनी पहली फिल्म वुडस्टॉक विला साइन कर ली।
[वुडस्टॉक विला किस तरह की फिल्म है, अपनी भूमिका के विषय में कुछ बताना चाहेंगे?]
वुडस्टॉक विला सस्पेंस थ्रिलर फिल्म है। मर्डर, मिस्ट्री और सस्पेंस से भरपूर है। मैं समीर की भूमिका निभा रहा हूं। समीर बिना मेहनत किए पैसे कमाना चाहता है। खूबसूरत लड़कियां उसे पसंद हैं। कुछ हादसे हो जाते हैं उसकी जिंदगी में।
[समर 2007 आपकी दूसरी फिल्म है। इस फिल्म को लेकर कितने उत्साहित हैं?]
मैं अपनी दोनों ही फिल्मों को लेकर उत्साहित हूँ। जब वुडस्टॉक विला की शूटिंग कर रहा था तभी मुझे समर 2007 ऑफर हुई थी। यह एक इश्यू बेस्ड फिल्म है। रूरल इंडिया की समस्याओं पर इस फिल्म की कहानी आधारित है। मैं मेडिकल स्टूडेंट राहुल की भूामिका निभा रहा हूं। राहुल नेचुरल जीनियस है। अमीर घर से होने के कारण उसे अपने देश के दूसरे हिस्से की समस्याओं का पता नहीं है। गुल पनाग, आशुतोष राणा के साथ युविका चौधरी भी हैं, जो मेरे अपोजिट हैं।
[वुडस्टॉक विला और समर 2007 के बाद सिकंदर को दर्शक किन फिल्मों में देखेंगे?]
फिलहाल, तो दर्शकों को इन दो फिल्मों में ही मैं दिखूंगा। चार फिल्मों पर गंभीरता से विचार कर रहा
हूं। जल्द ही निर्णय हो जाएगा। चूंकि, मैंने अभी ये फिल्में साइन नहीं की है इसलिए इसके विषय में बताना अभी जल्दबाजी होगी।
[क्या सिकंदर कभी निर्देशक की कुर्सी पर भी अपनी किस्मत आजमाएंगे?]
जरूर चाहूंगा कि एक दिन मैं भी फिल्मों का निर्देशन करूं। निकट भविष्य में तो ऐसी कोई योजना नहीं है। निर्देशक बनने के लिए आपको फिल्म मेकिंग के हर पहलू से रू-ब-रू होना पड़ता है। अभिनय की तुलना में निर्देशन बेहद कठिन काम है। पूरी तैयारी और अनुभव के बाद ही निर्देशक की कुर्सी पर बैठूंगा। अभी तो अभिनय में ही व्यस्त रहना है।

2 comments:

  1. Nice Interview. Kya ye aapne liya hai ya just Coyp past!!

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  2. hi! Himanshu.....aapko kya lagta hai.....? main Film Journalist hun...aur ye interview maine hi liya hai..any way,thanks for yr comment.

    Stay in touch.

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